भवानीमंडी : नगर के 'गौरव पथ' कहे जाने वाले झालावाड़- डग बाईपास मार्ग पर पर्याप्त लाइटिंग के अभाव में लम्बे समय से अंधेरा कायम है। रोज गुजरने वाले राहगीरों को रोशनी के अभाव में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है, वही रोजमर्रा के यातायात व राहगीरों के लिए रोशनी नही होने के कारण दुर्घटनाओं का खतरा बना हुवा है। लाइटिंग के अभाव में कई लोग दुर्घटनाओ का शिकार हो चुके है, गनीमत रही कि कई तो अपनी जान गंवाते-गंवाते बच गए। वही रात के समय इतना अंधेरा छाया रहता है कि महिलाये व युवतियां इस मार्ग से गुजरने से कतराती है। जबकि यह मार्ग शहर का गौरव पथ के नाम से चर्चित है। इस कड़ाके की सर्दी में धुंध के कारण अंधेरे में वाहन चालकों के लिए तो ओर बुरा हाल है। वही इस मार्ग से सटे दुकानदारों और व्यापारियों का कहना है कि दुकान बंद कर शाम को जब घर जाते है तो अंधेरे के कारण वाहन चलाने में भी खतरा लगता है और हादसे का डर बना रहता है। बहरहाल यह गौरव पथ (बाईपास मार्ग) रोशनी के अभाव में खतरों भरा मार्ग बना हुवा है जो आये दिन हादसों को निमंत्रण दे रहा है।
पूर्व पालिकाध्यक्ष गुर्जर के समय बना था मार्ग-
बता दें कि आज से लगभग 10 वर्ष पूर्व भवानीमंडी के पूर्व नगर पालिकाध्यक्ष रहे रामलाल गुर्जर के कार्यकाल के दौरान इस बाईपास मार्ग- गौरव पथ का निर्माण करवाया गया था, जिसकी हालात आज भी स्वस्थ है। पर इस मार्ग पर रोशनी की अनदेखी की वजह से हालात खराब है। नगर में आने-जाने वाले मेहमानों और आगन्तुको को भी रात के अंधेरे का सामना करके प्रवेश करना पड़ता है, जो नगर की सुंदरता पर बट्टा लगाने जैसा है।
सीधी बात-
रिपोर्टर- नगर के बाईपास मार्ग पर रोड लाइटें बन्द है..?
नपा ईओ- हां, कुछ जगह ही बन्द है बाकी तो सभी जगह लाइटें लगवाई गई है।
रिपोर्टर- नही, कुछ जगह ही चालू है बाकी सब बन्द पड़ी है। खम्बो पर लाइटें तो है, पर बन्द है।
ईओ- नही, हर चौराहे पर हाईमास्ट लाइटें लगी है।
रिपोर्टर- हाँ, सिर्फ चौराहों पर ही लगी है, उनको छोड़कर बाकी 80% लाइटें बन्द हालात में है।
ईओ- ठीक है, दिखवाते है औऱ जो भी बन्द है उन्हें चालू करवाएंगे।
कपिल चौहान अच्छी खबर हैं
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