जिलाध्यक्ष राधेश्याम गुर्जर ने कहा कि पिछले 10 सालों में किसानों ने देश के भंडार भरे है और सरकारों ने देश के सामने कहा कि हम खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। किसानों ने खाद्यान्न का उत्पादन बढ़ाया है, लेकिन चुनी हुई सरकारो से फसलों का उचित दाम नहीं मिलने से किसान कर्ज में डूबता जा रहा है।लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य मिले।
पिडावा तहसील मंत्री गोपाल डांगी ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान सरकार बिजली को निजी हाथों में देने का नियम बना रही है, जिससे किसानों को नुकसान भुगतना पड़ेगा। तहसील उपाध्यक्ष प्रहलाद सुथार ने कहा कि वर्तमान समय में अत्यधिक बरसात की वजह से फसलों में काफी नुकसान हुआ है, जिसका सर्वे करवाकर किसानों को फसल बीमा मुआवजा मिले।
जिला प्रचार प्रमुख महेश मेहर ने जिला प्रशासन से किसानों की मांग उठाते हुवे कहा है कि, जहां-जहां फसल खराब हुई है उसका तत्काल प्रभाव से सर्वे किया जाये।
जिला मंत्री कालूराम दांगी ने कहा कि आगामी सितंबर माह में मिनी सचिवालय झालावाड़ में लाखों की संख्या में प्रधानमंत्री फसल बीमा, विद्युत का निजीकरण बंद हो, दूध नीति में सुधार, लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य मिले एवं स्थानीय समस्याओं को लेकर कार्यक्रम आयोजित होगा।
इस दौरान जिला कार्यालय मंत्री रामलाल दांगी, जल संरक्षण प्रमुख पीरू सिंह पवार, जिला पर्यावरण प्रमुख भगवान सिंह डाबला भोज, जिला कार्यकारणी सदस्य पूरी लाल दांगी, जिला प्रचार प्रमुख महेश मेहर, सुनेल तह अध्यक्ष श्याम सिंह सोनगरा, पर्वत सिंह, कालूशिंह सेमली चौहान, शिवलाल दांगी अर्जुन सिंह इंदरसिंह डोलतराम बालाराम बालमुकुद दरबार सिंह महावीर दुर्गेश सुरेंद्र शिंह बालू सिंह शंभू सिंह पवार सहित सैकड़ो किसान मौजूद रहे।



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