मैं निर्धन तू सेठ सांवरा... के फायदा इस यारी का भैसोदामंडी में सजी खाटू श्याम की भव्य भजन संध्या, देर रात तक छाया भक्ति का रंग

भैसोदामंडी: नगर के बस स्टैंड परिसर पर मंगलवार की रात श्याम भक्ति का आलौकिक माहौल देखने को मिला। श्री खाटू नरेश मित्र मंडल द्वारा आयोजित भजन संध्या में भारी संख्या में श्रद्धालु जुटे। आयोजन स्थल को आकर्षक लाइटिंग, फूलों की सजावट और रंग-बिरंगी झालरों से सजाया गया। 

मंच के ठीक सामने बाबा खाटू श्याम का भव्य दरबार स्थापित किया गया, जहां भक्तों ने दीप प्रज्वलित कर दर्शन किए। कार्यक्रम की शुरुआत महाआरती के साथ हुई। मंत्रोच्चारण और शंखध्वनि के बीच भक्तों में अद्भुत ऊर्जा दिखाई दी। आस-पास के गांवों से आए श्रद्धालू भी बड़ी संख्या में मौजूद रहे। स्थानीय गायक देवेंद्र नामदेव ने ‘मेरे लाडले गणेश प्यारे’ गणेश वंदना के साथ भजनों का सिलसिला शुरू किया। उनकी प्रस्तुति पर उपस्थित श्रद्धालु तालियों के साथ झूम उठे। मंच संचालक दिनेश सेन समय-समय पर श्याम महिमा का वर्णन करते रहे, जिससे माहौल और भी भक्तिमय बन गया।

इंदौर के जय्यूजी महाराज की प्रस्तुति ने बांधी महफिल

इसके बाद इंदौर के लोकप्रिय भजन गायक जय्यूजी महाराज मंच पर आए। उन्होंने एक के बाद एक कई प्रचलित भजन प्रस्तुत किए, जिनमें ‘दिनानाथ मेरी बात सुन लो’, ‘नैना जो मिले सरकार से’, ‘कीजो केसरी के लाल’, ‘ये चमक ये दमक फुलवन में महक…’ शामिल थे। उनकी स्वर लहरियों ने उपस्थित भक्तों को देर तक बांधे रखा।

हरियाणा की परविंदर पलक ने मचाया धमाल

कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहीं हरियाणा की भजन गायिका परविंदर पलक। उन्होंने जैसे ही ‘मैं निर्धन तू सेठ सांवरा…’ गाया, पूरा पंडाल “श्याम श्याम” की आवाज से गूंज उठा। इसके बाद उन्होंने ‘खाटू का श्याम’ रामधुन आदि धमाल भजन प्रस्तुत कर माहौल को चरम पर पहुंचा दिया। कई श्रद्धालु भजनों पर थिरकते नजर आए।

समिति सदस्यों और नगर परिषद के पार्षदों ने बाहरी कलाकारों का माला पहनाकर श्याम दुपट्टा ओढ़ाकर स्वागत किया। आयोजकों ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में भक्ति भावना और सद्भाव को प्रोत्साहित करना है।

सुहानी ठंड में भी भीड़ डटी रही

ठंड के बावजूद श्रद्धालु देर रात तक डटे रहे। पंडाल में चाय, प्रसाद और पानी की व्यवस्था की गई थी, ताकि भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। भक्ति और उल्लास का यह कार्यक्रम रात 1:30 बजे तक चलता रहा। मित्र मंडल के सदस्यों ने कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम जारी रहेंगे ताकि युवा पीढ़ी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं से जुड़ी रहे।


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