विधायक सुरेश गुर्जर की विधानसभा में गूंज: पौधारोपण में भ्रष्‍टाचार का मामला उठाया


झालावाड़: खानपुर- बकानी विधायक सुरेश गुर्जर ने गुरुवार को विधानसभा में प्रश्‍नकाल के दौरान तारांकित प्रश्न के माध्‍यम से झालावाड़ जिले में पौधारोपण को लेकर भ्रष्‍टाचार और लापरवाही का मुद्दा उठाया। विधायक सुरेश गुर्जर ने सदन में पूरक प्रश्‍न पूछते हुये सरकार के जवाब पर असंतुष्टि जताई और कह कि जीवित पौधों की झालावाड़ जिले में जो संख्या बताई वो वास्तविकता से परे है। सरकार ने जवाब दिया कि पांच साल में 26 लाख से अधिक पौधे लगाएं, जिसमें 18 लाख पौधे जीवित है। करीब 8 लाख पौधे खराब हो गए है। लगभग 13 करोड़ से ज्यादा की राशि पौधों के वृक्षारोपण में खर्च की गई है। विधायक सुरेश गुर्जर ने विधानसभा में आपत्ति जताते हुए कह कि अधिकारियों ने गलत आंकड़े भेजे है। जबकि मात्र 10 प्रतिशत पौधे ही अभी वर्तमान में जीवित है। विधायक सुरेश गुर्जर ने फिर अपनी बात दोहराते हुए पूरक प्रश्‍न किया कि  सरकार द्वारा प्लांटेशन में पौधे लगाने के बाद उनकी सुरक्षा और देखभाल सही तरीके से हो। इसके लिए अधिकारियों द्वारा किस प्रकार से निरीक्षण किए जाते है। यदि हां तो फिर इतनी बड़ी संख्या में पौधे खराब होने के क्या कारण है। विधायक सुरेश गुर्जर ने बड़ी संख्या में पौधों के खराबे को लेकर जिम्मेदार अधिकारियों को भी आड़े हाथों लेते हुए कहां कि क्या सरकार दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का विचार रखती है।
वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने जवाब दिया कि  समय- समय पर हमारे अधिकारियों व थर्ड पार्टी ऑडिटेशन द्वारा जांच की जाती है। वही इस वर्ष हम पौधारोपण की तीन प्रकार की जांच एजेंसियों से जांच करवाएंगे। मैं सदन को विश्वास दिलाता हूं कि इन तीन प्रकार की जांच एजेंसियों से हम संभागवार जांच करवाएंगे विधायक सुरेश गुर्जर को वन मंत्री संजय शर्मा ने आश्वस्त किया कि आप हमें बता दे कि और भी कोई जांच एजेंसी हो जिससे आप संतुष्ट हो, उससे भी हम जांच करवा लेंगे। साथ ही वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने स्पष्ट किया कि आगे से जितने पौधे लगाएं जाएंगे उनमें से 85 / 90 प्रतिशत पौधे सुरक्षित रहेंगे। मैं यह आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं। उसके बाद विधायक सुरेश गुर्जर ने वन राज्य मंत्री संजय शर्मा से दूसरा पूरक प्रश्न करते हुए पूछा कि मेरी खानपुर विधानसभा में तारज गांव में आयुर्वेदिक औषधियों  के दो प्लांटेशन लगाएं गए थे। उनमें एक भी आयुर्वेदिक पौधा जीवित नहीं है। उनके लिए जो सुरक्षा दीवार बनाई थी, उसको भी रेंजर की मिलीभगत से अवैध पत्थर व रेत काम में ली गई तथा बाद में वो दिवारे भी टूट गई है।
विधायक सुरेश गुर्जर ने सदन में कहा कि मंत्री जी मैं आपको मान जाऊंगा आप तो जांच करवा ले कितने पौधे जीवित है और कितने मृत ? इस प्रश्न पर सदन में गहमा गहमी का माहौल हो गया और वन राज्य मंत्री संजय शर्मा व नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के बीच भी तीखी बहस हुई। वन राज्य मंत्री द्वारा सब मामलों की जांच की बात कहने पर खानपुर- बकानी विधायक सुरेश गुर्जर ने वन राज्य मंत्री संजय शर्मा से पूछा कि मंत्री जी समय बताओ कब तक जांच करवा देंगे और किस कमेटी से जांच करवाएंगे। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी विधायक सुरेश गुर्जर के समर्थन में सदन में खड़े होकर वन राज्य मंत्री संजय शर्मा से पूछा कि आप जांच करवाएंगे या नहीं। जिसका जवाब फिर दुबारा खड़े होकर वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने दिया कि बिलकुल सभी मामलों की हम जांच करवाएंगे। माननीय सदस्य ने जो चिंता व्यक्त कि, जो मामला उठाया उसकी भी वन विभाग द्वारा जांच करवाई जाएंगी। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी वन राज्य मंत्री संजय शर्मा को अंत में निर्देश दिये कि आप वन विभाग द्वारा जांच करवाएं।

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