मंदसौर : जिले का पीजी कॉलेज पूरी तरह राजनीति का अखाड़ा बन चुका है। छात्र नेताओं और कॉलेज प्राचार्य के बीच चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। गीता और लड़कियों के पहनावे पर टिप्पणी के बाद शुरू हुआ यह विवाद धरना प्रदर्शन और जान से मारने धमकी पर आ पहुंचा है। जहां एक दिन पूर्व प्राचार्य आर.के. वर्मा की शिकायत सानमे आई थी कि एबीवीपी के छात्र नेता विजय गर्ग के द्वारा उन्हें मोबाइल फोन पर जान से मारने की धमकी दी और अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया, इतना ही नही कॉलेज से उठाने की भी धमकी दी। जिसकी ऑडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई थी।
वही आज मंगलवार को मामले ने फिर राजनीतिक एंगल लिया और प्राचार्य के समर्थन में छात्र संगठन NSUI ने यशोधर्मन नगर थाना पहुंचकर घेराव किया और जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच जमकर झड़प भी हुई। ABVP नेताओं पर FIR दर्ज ना होने की स्थिति से नाराज NSUI के कार्यकर्ता थाने के बाहर बीच सड़क चक्काजाम कर बैठ गए। काफी देर चले प्रदर्शन के बाद SP के आश्वासन के बाद नाराज छात्र नेता माने और प्रदर्शन समाप्त किया।
वहीं आज की दूसरी तस्वीर प्राचार्य और उनके साथी प्राध्यापकों की आई है। कॉलेज प्राचार्य आर. के. वर्मा और साथी प्रोफ़ेसर SP आफिस पहुंचे और यहां एसपी अभिषेक आनंद को ज्ञापन सौप सुरक्षा की मांग की है। प्राचार्य ने स्वयं की जान को भी खतरा बताया है। मामले में SP अभिषेक आनंद ने बताया कि प्राचार्य द्वारा जो शिकायत दर्ज कराई गई है, मामले की जांच उपरांत वैधानिक कार्रवाई करवाई जाएगी।
गौरतलब है की करीब एक माह से मंदसौर का पीजी कॉलेज राजनीति का केंद्र बना हुआ है। रोजाना अलग-अलग प्रकार के घटनाक्रम यहां से सामने आ रहे हैं। कॉलेज प्राचार्य का दांवा है कि कॉलेज की बिगड़ी व्यवस्था को जब उनके द्वारा सुधारा गया तो असामाजिक तत्वो ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया तो वहीं दूसरी ओर एबीवीपी के छात्र नेताओं का कहना है कि प्राचार्य आर.के. वर्मा अपनी मर्यादा भूल कर काम करने में जुटे हैं। बहरहाल मामला पुलिस जांच का विषय है।
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