Dharmik: कथा श्रवण करने आओ तो श्रद्धा व विश्वास के साथ आना, अहंकार व असत्य को बाहर छोड़कर - संतोष सागर

झालावाड़ : जिले के राधारमण मन्दिर भक्त मण्डली के तत्वावधान में डिप्टीजी का मन्दिर परिसर में श्रीमद्भागवत कथा करवाई जा रही है। जिसमें तीसरे दिन मुख्य यजमान मोहनसिंह हाड़ा, कमलेश हाड़ा, अभिषेक कोटा वालो ने भागवत ग्रन्थ की पूजा अर्चना की। वही महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। कथा में कथावाचक संतोष सागर महाराज बीकानेर वालों ने तृतीय दिवस की कथा में माता देहूती और कर्दम जी की कथा का वर्णन करते हुए कपिल भगवान और माता देहूती के संवाद मुक्ति और बंधन का वर्णन किया। महाराज ने आगे कहा कि जो मनुष्य ममेती करता है वो बंधन में है और जो मनुष्य ना ममेती ना ममेती (मेरा कुछ भी नहीं है) वो मुक्त है। कथा में भक्तों ने शिव पार्वती के विवाह की सुंदर कथा का श्रवण और सुंदर झांकी के दर्शन किये। इस अवसर पर भजन ‘‘तेरा किसने किया श्रृंगार सांवरे लगा दुल्हे सा आज सांवरे.....’’ सुनाया तो पूरा पाण्डाल हर- हर महादेव के जयकारों से गुंज उठा। साथ ही भाव विभोर होकर श्रद्धालुओं व भक्तजनों ने नृत्य किया। कथा श्रवण करने आओ तो श्रद्धा व विश्वास के साथ आना चाहिए, अहंकार व असत्य बाहर छोड़कर आना, जिससे आपका कथा में आना सार्थक सफल होता है। कथा के दौरान भगवान मदन मोहन महाराज, ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र जोशी, गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज के कार्यवाहक अध्यक्ष ललित शर्मा, सुरेश शर्मा, नरेश जोशी, देवकीनन्दन गौतम, भवानीशंकर शर्मा, श्रीलाल गौतम, पदम गौड़ ने शॉल ओढ़ाकर व पुष्पहार पहनाकर स्वागत किया। महाराज से आशीर्वाद ग्रहण किया। कथा के अन्त में आरती कर सभी को प्रसाद का वितरण किया गया। कथा प्रतिदिन 12 बजे से सांय 4 बजे तक राधा रमण मन्दिर परिसर में हो रही है।

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