कोरोना वायरस धीरे-धीरे पैर पसारने लग गया है. लगातार सक्रिय मामलों की संख्या बढ़ रही है. पिछले 24 घंटों के दौरान देश में कोविड-19 के 203 मामले सामने आए हैं. वहीं, चार लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक दिल्ली, एक तमिलनाडु, एक महाराष्ट्र और एक केरल में मौत हुई है. ये जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली में एक 22 साल की महिला की कोरोना से मौत हो गई है. उसे टीबी लंग्स डिजीज और रेस्पाइरेटरी ट्रैक इंफेक्शन भी था. वहीं, तमिलनाडु में 25 वर्षीय पुरुष ब्रोन्कियल अस्थमा और गंभीर एक्यूट ट्यूबलर इंजरी से ग्रसित था, जिसकी कोरोना से मौत हुई है. महाराष्ट्र में कोरोना से मरने वाले मरीज की उम्र 44 साल थी.
देश में कोरोना के 3961 मामले एक्टिव
मंत्रालय के मुताबिक, देशभर में अभी कोरोना के 3961 मामले एक्टिव हैं. वहीं, पिछले 24 घंटों के दौरान 370 मरीज ठीक हो गए हैं. अगर मौतों के आंकड़ों की बात की जाए तो इस साल 32 लोगों की जान कोरोना से गई है. हालांकि कोविड-19 के ज्यादातर नए मरीज घर पर ही देखभाल के लिए हैं और स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि घबराने की कोई जरूरत नहीं है.
कोरोना के बढ़ते मामलों के देखते हुए कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने सरकारी और निजी अस्पतालों से बिस्तर, ऑक्सीजन, एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाओं के मामले में तैयारी सुनिश्चित करने के लिए एडवाइजरी जारी की है. अधिकारियों ने लोगों से न घबराने की अपील की है क्योंकि अधिकांश मामले हल्के प्रकृति के हैं.
ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट के कारण बढ़े मामले
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों से सैंपलों की जीनोम सीक्वेंसिंग ने संकेत दिया है कि कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट के कारण है, जो अब तक हल्की प्रकृति के प्रतीत होते हैं. पहचाने गए चार सब-वेरिएंट LF.7, XFG, JN.1, और NB.1.8.1 हैं, जिनमें से पहले तीन अधिक जाने-पहचानें हैं. मई 2025 तक विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने LF.7 और NB.1.8 कोविड सब-वेरिएंट को निगरानी के तहत वेरिएंट के रूप में सूचीबद्ध किया है.
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