मंदसौर: देशभर में सरकार महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और हर क्षेत्र में आगे आकर नेतृत्व करने की ओर काम कर रही है, यही कारण है कि महिलाएं भी अब हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही है। महिला दिवस स्पेशल में हम आपको एक ऐसी महिला से मिलवाते हैं जिनकी बचपन से लेकर आज सरकारी नौकरी तक की कहानी बड़ी दिलचस्प है। घर में पालतू गाय से लगाव ने मन्दसौर की डाक्टर टीना धाकड़ को पशु चिकित्सा विभाग में बड़ी अफसर साहिबा बना दिया।
पशुओं के प्रति इस प्रेम ने पढ़ाई के बाद उन्हें पशु चिकित्सक बनने की ओर बढ़ा दिया और टीना धाकड़ अब पशु चिकित्सा विभाग वेटनरी असिस्टेंट सर्जन के पद पर पदस्थ होकर पशुओं के इलाज के साथ- साथ सेवा कर रही है और इतना ही नहीं पशुपालकों को शासन की ओर से मिलने वाली योजनाओं का क्रियान्वयन भी बखूबी करवा रही है।
डाक्टर टीना धाकड़ ने अतुल्य भारत को बताया कि उनका बचपन ग्रामीण परिवेश से जुड़ा रहा। परिवार खेती किसानी करता था और घर में पालतू पशु भी थे, उन्ही में एक पालतू गाय भी थी, गाय और गाय के बछड़े से टीना को बेहद लगाव था। बचपन ने प्रतिभाशाली टीना का प्राथमिक शिक्षा के बाद नवोदय विद्यालय के लिए चयन हुआ और नवोदय विद्यालय में पढ़ाई के बाद उच्च शिक्षा के दरमियान टीना को विभिन्न क्षेत्र में नौकरियां करने की इच्छा हुई। इस बीच उन्होंने फिजियोथैरेपिस्ट भी बनने की सोचा, कुछ समय उसकी ट्रेनिंग भी ली, लेकिन वह इन नौकरीयों में संतुष्ट नहीं थी, पशुओं के प्रति प्रेम उन्हें उसी ओर खींचा जा रहा था।
तभी टीना ने MPPSC के जरिए पशु चिकित्सा विभाग में नौकरी हासिल की और अब डाक्टर टीना मंदसौर जिले के सीतामऊ अनुभाग में पदस्थ होकर नाहरगढ़ पशु चिकित्सा केंद्र की कमान संभाल रही है। महिला दिवस के इस खास मौके पर डाक्टर टीना धाकड़ ने महिलाओं के लिए अपने संदेश में कहा कि हम हर क्षेत्र में मेहनत करके अच्छा कर सकते हैं और महिलाएं वैसे भी आज के दौर में हर तरफ अपना परचम लहरा रही है।
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