फर्जी ट्रेडिंग वेबसाइट वाला आरोपी गिरफ्तार, सिल्वर-गोल्ड-डायमंड कैटेगरी के 20 हजार ग्राहकों से की करोड़ों की ठगी

उज्जैन साइबर सेल ने मंगलवार को गांधीसागर से कुशाल केवट को गिरफ्तार कर लिया, जो डायमंड रिचार्ज नामक फर्जी वेबसाइट के ज़रिए हजारों निवेशकों से करोड़ों रुपये की ठगी का मास्टरमाइंड था। पुलिस ने कुशाल पर ₹20,000 का इनाम घोषित किया था और वह 15 नवंबर 2024 से फरार चल रहा था।

शामगढ़ में फर्जी कॉल सेंटर से हुई थी गिरफ्तारी

15 नवंबर को उज्जैन साइबर टीम ने शामगढ़ में एक फर्जी कॉल सेंटर पर छापा मारा था, जहाँ से 17 लड़कियां और 4 लड़के गिरफ्तार हुए थे। उस समय कुशाल और उसका साथी गणेश केवट फरार हो गए थे। दोनों का संबंध भानपुरा के कंवला गांव से है।

ठगी का तरीका- फर्जी वेबसाइट, स्क्रिप्टेड कॉल और कोड

कुशाल ने इंदौर से ट्रेडिंग में डिप्लोमा किया था और ‘डायमंड रिचार्ज कंपनी’ नाम से एक फर्जी शेयर मार्केट वेबसाइट बनाई थी।

तीन कैटेगरी के ग्राहक बनाए गए- सिल्वर, गोल्ड और डायमंड

  1. सिल्वर: 10,000 रुपए तक
  2. गोल्ड: 10,000 से 1 लाख रुपए
  3. डायमंड: 1 लाख रुपए से ज्यादा निवेश

इनमें डायमंड कैटेगरी के लोगों को ज्यादा तवज्जो दी जाती थी। वेबसाइट पर निवेशकों को रोजाना लाभ दिखाया जाता था, लेकिन जब पैसे निकालने की बारी आती, तो टालमटोल कर उनके संपर्क तोड़ दिए जाते थे।

टेलीकॉलर रोज करते थे 2000 कॉल

पुलिस के अनुसार, कुशाल की टीम रोज करीब 2000 कॉल करती थी, जिनमें से 7-8% लोग उनके झांसे में आ जाते थे। स्क्रिप्ट के मुताबिक, टेलीकॉलर निवेशकों से रिचार्ज करवाकर उन्हें गारंटीड रिटर्न का लालच देते थे।

मोबाइल, सिम और डेटा बरामद

शामगढ़ कार्रवाई के दौरान मौके से 30 सिम, 20 एंड्रॉयड फोन, 20 कीपैड मोबाइल मिले थे। कुशाल के पास हजारों डिमैट अकाउंट्स के डेटा मौजूद थे।

जांच में सामने आया है कि ज्यादातर फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड मुंबई से जुड़े थे।

कोर्ट से जेल और लगातार संपर्क से इनकार

समाया कंपनी के कुछ डायरेक्टर कोर्ट के आदेश पर जेल भेजे जा चुके हैं। पीड़ित बार-बार संपर्क करते हैं, लेकिन अब कंपनी अधिकारी न फोन उठा रहे, न मेल का जवाब दे रहे।

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