कथा वाचक विद्वान पंडित दुर्गेश तिवारी धारियांखेड़ी ने अपने तीसरे दिन की कथा में उपस्थित जनसमुदाय के समक्ष भगवान शंकर की लीलाओ, शिव भक्ति व शिक्षाप्रद प्रसंगों का वर्णन किया।जिनका श्रद्धालुओं ने भाव विभोर होकर श्रवण किया। वही कथा में महिलाओं ने संगीतमय शिव भजनों पर जमकर आत्मविभोर होकर नृत्य किए। कथा में आगामी दिनों में भगवान शिव द्वारा रावण द्वारा कैलाश पर्वत उठाने का प्रयास, रावण अहंकार भंग त्रिपुरासुर वध, शिव तांडव की उत्पत्ति, शिव तांडव जैसे कई प्रसंगों का वाचन किया जाएगा।
आज की कथा में भाजपा मंडल के सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, पत्रकारगणों का दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। सभी ने आरती का लाभ लिया। इस आयोजन में सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों, नगर के भी गणमान्य नागरिकों व महिलाओं की सहभागिता उल्लेखनीय रही। जिन्होंने शिव महिमा पर आधारित भक्ति नृत्य की प्रस्तुतियां दी। वही आयोजक परिवार ने अंतिम चार दिनों की कथा में सावन माह का पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए नगरवासियों से अधिक से अधिक संख्या में पधारकर धर्म का लाभ लेने का अनुरोध किया।
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