दरअसल शामगढ़ नगर से 5 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत मेलखेड़ा में वार्ड नंबर 10 पार्षद दयाल पिता कन्हैयालाल मेघवाल उम्र 68 वर्ष व उनकी पत्नी कंचन बाई पति दयाल मेघवाल 65 वर्ष दोनों के शव यात्रा एक साथ मुक्तिधाम के लिए पहुचीं। जहां एक ओर इस घटना से पूरे ही गांव में शोक की लहर छा गई, वही लोग पति- पत्नी के अटूट प्रेम व साथ के प्रसंग सुना रहे है। यह घटना लोगो में दुख के साथ ही चर्चा का विषय बनी हुई है। परिजनों ने बताया कि दयाल पिता कन्हैया लाल मेघवाल के कई वर्षों से सांस की बीमारी की शिकायत थी। तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर पति दयाल को परिजन सोमवार के दोपहर में इंदौर के एक निजी अस्पताल में ले गए। जहा उसका दो दिन से इलाज चल रहा था। बुधवार को शाम को इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई। 10 मिनट के अंतराल में उनके साथ गई उनकी पत्नी कंचन बाई पति की मृत्यु का सदमा सहन नहीं कर पाई और उन्होंने भी प्राण त्याग दिए। परिजन दोनों पति- पत्नि को निजी वाहन से गुरुवार रात्रि को 2:30 बजे मेलखेड़ा लेकर आए। दोनों पति-पत्नि की अंतिम यात्रा उनके घर से निकली, मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। यहा उनके पुत्रों सुरेश, सत्यनारायण, राजू द्वारा दोनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया। उनके पुत्र राजू मेघवाल ने बताया गया कि उनके माता-पिता में एक दूसरे के प्रति गहरा प्रेम था। इसी के चलते पिता की मौत को मेरी माता सहन नहीं कर पाई और उनकी भी मृत्यु हो गई। मुक्तिधाम में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया। ग्राम पंचायत कार्यालय में भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया।
शामगढ़: मंदसौर जिले के मेलखेड़ा गांव के पति- पत्नी ने जिंदगी की अंतिम राह भी एक साथ तय की। जैसे ही बीमार पति ने अंतिम सांसे ली उसके 10 मिनट बाद ही सदमे में आई पत्नी ने दम तोड़ दिया। घर से दोनों की अर्थी भी एक साथ उठी।
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